सद्बुद्धि पा बदल सको तुम, पर हम यही प्रार्थना करते। सद्बुद्धि पा बदल सको तुम, पर हम यही प्रार्थना करते।
रुक रुक कर ये प्यासी आँखें, देख रही हैं किसकी राहें। बींधे मन के दुख से निकली, रुक रुक कर ये प्यासी आँखें, देख रही हैं किसकी राहें। बींधे मन के दुख से निकली,
किसी से, दिल लगा। रह गया, मैं ठगा। किसी से, दिल लगा। रह गया, मैं ठगा।
माँग-पूर्ति की खाई पाटे, मिल जुल करते कारोबार। जो भी इनके द्वारे आता, पाता यथा योग्य स माँग-पूर्ति की खाई पाटे, मिल जुल करते कारोबार। जो भी इनके द्वारे आता, पाता यथा ...
हरो आप स्वामी कुबुध्दी हमार। करो दूर मेरे दुखो का पहार।।३।। हरो आप स्वामी कुबुध्दी हमार। करो दूर मेरे दुखो का पहार।।३।।
करके तांडव नृत्य, प्रलय जग की शिव करते। विपदाएँ भव-ताप, भक्त जन का भी हरते। करके तांडव नृत्य, प्रलय जग की शिव करते। विपदाएँ भव-ताप, भक्त जन का भी हरते।